ये है अंग्रेजो के ज़माने के रेलवे स्टेशन, देखने में लगते एक दम मस्त , खुश हो जायेगा आपका मन
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New Delhi Railway Station
यह स्टेशन 1926 में बनना शुरू हुआ और 1931 तक तैयार हो गया. इसमें कुल 16 स्टेशन है और यह देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है. तत्कालीन वायसराय इसी स्टेशन के जरिए दिल्ली में प्रवेश हुए थे
Nandi halt
बैंगलुरु का एक स्टेशन है. इसे भी ब्रिटिश काल में ही बनाया गया था. इसे 108 साल पुराना स्टेशन माना जाता है.
Lucknow Charbagh
इसका निर्माण 1914 में शुरू हुआ और 1923 में पूरा हो गया। आज भी यह स्टेशन अपने सुंदर डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है। ब्रिटिश आर्किटेक्ट ने इसका निर्माण किया था। इसके निर्माण में सत्तर लाख रुपये खर्च हुए।
Chhatrapati Shivaji Terminus
यूनेस्को ने इस स्टेशन को विश्व धरोहर घोषित किया है। यह 1887 में बनाया गया था। देश का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन यह है। 1997 में इसका नाम बदलकर आज का नाम दिया गया, पहले विक्टोरिया टर्मिनस था।
Dehradun Station
इसका निर्माण 1897 में शुरू हुआ और 1899 में पूरा हुआ. इसका उद्धाटन 1900 में किया गया. यह उत्तराखंड का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है.
Pandit Deen Dayal Upadhyay Station
वर्तमान नाम से पहले इस स्टेशन का नाम मुगलसराय था। यह उत्तर भारत का सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। यह उत्तर रेलवे का सबसे व्यस्त जंक्शन भी है। इसका निर्माण 1862 में हुआ था। दिल्ली से हावड़ा के बीच यह एक हॉल्ट था।
Royapuram Station
चेन्नई का यह स्टेशन ब्रिटिश काल में बनाया गया था. यहां से 1956 में दक्षिण भारत की पहली ट्रेन चलाई गई थी.
Howrah Railway Station
यह भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है। यह भी देश का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है। 23 प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं। इससे अधिक प्लेटफॉर्म या स्टेशन नहीं हैं। 1857 के विद्रोह से तीन साल पहले 1854 में यहां से पहली ट्रेन चली।