इन देवताओं को रक्षाबंधन पर पहले बांधें राखी, मिलेगा जीवन में सुख और समृद्धि
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बदले में भाई उसकी मदद करने और साथ निभाने का वादा करता है। भाई-बहन के इस रिश्ते में विश्वास और प्यार की गहराई समझना बहुत मुश्किल है। क्योंकि एक ओर छोटी-छोटी बातों पर लड़ने वाले भाई-बहन राखी पर एक-दूसरे के साथ रहने का वादा करते हैं। तभी तो कहा जाता है कि भाई-बहन का संबंध सबसे अच्छा है। इस वर्ष रक्षाबंधन 30 और 31 अगस्त को मनाया जाएगा।
रक्षाबंधन का त्योहार सावन की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो 30 अगस्त को सुबह से 31 अगस्त की सुबह तक चलता है। लेकिन 30 अगस्त को सुबह भद्रा होगी, इसलिए राखी नहीं बांधी जाएगी। इसलिए राखी पर्व 30 अगस्त को रात 9 बजे 40 मिनट के बाद मनाया जाएगा, और 31 अगस्त को सुबह 7 बजे 5 मिनट तक राखी बांधी जा सकती है।
रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई में राखी बांधकर उसके लंबे जीवन की कामना करती हैं। क्या आपको पता है कि भाई को राखी बांधने से पहले कुछ देवताओं को राखी बांधने की परंपरा है? इससे देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। रक्षाबंधन पर कौन से भगवानों को और कौन से रंग की राखी बांधनी चाहिए?
भगनवान गणेश: गणेश भगवान को प्रथम पूज्य माना जाता है, इसलिए राखी के दिन गणेश भगवान जी सबसे पहले राखी बांधनी चाहिए। भगवान गणेश को लाल राखी बांधे
भगवान शिव: राखी सावन की पूर्णिमा पर मनाई जाती है। इसलिए इस दिन भोलेनाथ को राखी बांधनी चाहिए। इस दिन नीले रंग की राखी शिवजी को बांधनी चाहिए।
भगवान श्रीकृष्ण: द्रौपदी के कन्हैया को रक्षासूत्र बांधने से राखी की परंपरा शुरू हुई। द्रौपदी को कन्हैयाजी ने अपनी बहन समझा और उनकी रक्षा करने का वादा किया। इस दिन श्रीकृष्ण को एक हरे रंग की राखी दी गई।
हनुमान जी : इस दिन हनुमान जी को राखी बांधने से मंगल दोष से छुटकारा दिलाता है। इस दिन हनुमान को लाल राखी लगानी चाहिए।