भारत पाकिस्तान के विभाजन में हुआ इस किताब का भी विभाजन, जानिए क्या थी इसकी कहानी
![Bharat Pakistan Division](https://haryanakhabar.com/static/c1e/client/101420/uploaded/df09c841d9a3b3af34297be4f9506982.jpeg)
Haryana Khabar (Pallavi): हम सब जानते हैं की अंग्रेजो के जुल्मों से आज़ादी तक के सफर में भारत ने बहुत कुछ खोया था। और आख़िर में 15 अगस्त 1947 को भारत आज़ाद हुआ। वैसे तो ये खुशी मनाने का दिन था लेकिन इसी दिन भारत का विभाजन भी होना था, तो वो ख़ुशी गम में तब्दील हो चुकी थीं।
जब बात हमारे घर में समझौते के चलते बटवारे तक पहुंचती हैं तो हमें बहुत दुख होता हैं तो उस समय तो भारत का एक बड़ा हिस्सा बटने जा रहा था। लेकिन इस बटवारे में कुछ हैरान कर देने वाली घटनाएं भी हुईं जिन्हे सुनकर आप चौंक जाएंगे। भारत पाकिस्तान के विभाजन में हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीज का बांटा गया। इतना ही नहीं एक क़िताब को भी दो हिस्सों में बांट कर एक हिस्सा भारत और एक हिस्सा पाकिस्तान को दिया गया।
इस बटवारे में कॉपी, पेन, किताबे, टेबल, कुर्सियां, टाइपराइटर, पेंसिल, पगड़ी, बल्ब, लाठी, बांसुरी, राइफल के साथ साथ लोगों की खुशियों को भी बांटा गया था। और तो और ब्रिटिश वाइसराय की बग्गिया तक बांट दी गई थीं। बंटवारे के समय एक सिक्का उछला गया और 6 बग्गीया भारत और 6 बग्गिया पाकिस्तान को दी गईं। रेलवे के साथ साथ ट्रक, बुल्डोजर को भी बराबर हिस्सो में बांटा गया।
बराबर हिस्सों में हो रहे बटवारे के चलते एक किताब को भी दो हिस्सों में विभाजित किया गया। दरअसल, लाइब्रेरी में मौजूद शब्दकोश के बंटवारे के समय इन्हे दो भागों मेज बांटा जाना था। A से K तक के शब्दकोश का कुछ हिस्सा भारत को तो कुछ हिस्सा पाकिस्तान को दिया गया ।