एफएमडीए के हाल है बहुत बेकार, घोटालों के अलावा नहीं कर सकते आम जनता के लिए सुख के काम
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Haryana khabar : हाल ही में फरीदाबाद ( Faridabad) महानगर प्राधिकरण यानी कि एफएमडीए ( FMDA) के काम को लेकर लोगों द्वारा जो उम्मीदें लगाई जा रही थी शायद वह उम्मीदें हकीकत में ना होकर केवल कागजी उम्मीदें थी। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री एफएमडीए के मुखिया हैं जहां मुख्यमंत्री के विभाग में होने की वजह से काम तेजी से चलना चाहिए तो वही अधिकारी इतने लापरवाह हैं, कि अब तक काम ने रफ्तार पकड़ी ही नहीं है। इसका मुख्य कारण टेंडर प्रक्रिया को लेकर अधिकारियों द्वारा भारी लापरवाही कहलाती है।
लोगों का कहना है कि सबसे पहले तो बिना ही कागजों की जांच पड़ताल पूरी कर लेते हैं और टेंडर ( tender) प्रक्रिया पूरी कर ली जाती है। यही एक सबसे बड़ा कारण है कि काम होने की गति बिल्कुल धीमी हो जाती है। वाईएमसीए ( YMCA) वाली सड़क हो या फिर व्यापार मंडल से लेकर चिमनी बाई तक सड़क काम हो वह भी अब तक पूरा नहीं किया गया है।
जबकि उस सड़क को पूरा करना सबसे जरूरी है क्योंकि सड़क को ना केवल बड़े बल्कि बच्चे भी आने जाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। पिछले साल की बात कर ले तो अक्टूबर में ओल्ड फरीदाबाद की दो सड़कों को सीमेंटेड बनाने के लिए एफएमडीए ने खुद ही टेंडर जारी किया था .
लेकिन अधिकारियों द्वारा इतनी ज्यादा गड़बड़ी हो गई कि वह काम भी अब तक पूरा नहीं हुआ। वह मामला सीईओ के पास पहुंच गया। तो उनका कहना है कि इसकी जानकारी उन्हें तो अब तक लगी ही नहीं लेकिन फिर भी एक बार जांच करवा लेते हैं।
सेक्टर 14 15 डिवाइडिंग रोड ( dividing road) और सेक्टर 16-17 डिवाइडिंग रोड का भी टेंडर जारी किया गया था। उस टेंडर में तकरीबन 5 एजेंसियों ( agency/) ने हिस्सा लिया था। अधिकारी अपने काम को लेकर इतने ज्यादा लापरवाही दिखाते हैं कि वह टेंडर भरने वाली कंपनियों के कागज को भी देखना मंजूर नहीं करते।
यह तो बात बिल्कुल सही है कि जिन एजेंसी ओं के पास केवल चारकोल की सड़क बनाने का अनुभव है वह सीमेंटेड सड़क ( cemented road) नहीं बना सकते। जबकि शर्त यह है कि सीमेंटेड सड़क बनाने का अनुभव होना चाहिए। इन दो गलतियों के बावजूद भी एसएमडी ने सड़क बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इस पूरे मुद्दे पर आरटीआई एविटविस्ट विष्णु गोयल ( Vishnu Goyal) का कहना है कि काम लेट होने के कई कारण हो सकते हैं अगर बजट नहीं है और काम लेट हो रहा है। तो पूरी जिम्मेदारी एजेंसी की होती है या तो एजेंसी के पास संसाधन नहीं है या फिर काम करने का अनुभव नहीं है। तभी एफएमडीए के अधिकतर काम लेट होते हैं।
जिस पर सीआईए एफएमडीए सुधीर राजपाल ( Sudheer Rajpal) का कहना है कि इस मामले को लेकर मेरे पास कोई जानकारी नहीं आई है अगर इस तरह का कोई भी मामला है तो हम जल्द से जल्द उसके ऊपर जांच करवाएंगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ( Manohar Lal Khattar) ही एफएमडीए में सभी काम पर देख रख रखते हैं। अगर कोई भी बड़ा काम की मंजूरी लेनी होती है तो सीधा सीएम मनोहर लाल खट्टर की ही मंजूरी लेनी पड़ती है।