Mughal Harem : मुगल सम्राट की रानियों के हरम में क्यों रखे जाते थे किन्नर, बादशाह की गैर मौजूदगी में रानियों के साथ करते थे ये काम
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Mughal Harem : मुगल सम्राट की रानियों के हरम में क्यों रखे जाते थे किन्नर, बादशाह की गैर मौजूदगी में रानियों के साथ करते थे ये काम
Mughal Harem : मुग़ल सम्राटों का दिन-रात अपनी रानियों की सेवा में बिताना उनकी परम्परागत रही है। वे अपने हरम (Harem) में किन्नर रखते थे जो रातभर ऐसे-ऐसे काम करते थे जिनसे उनकी रानियों को सुख और सुविधा मिलती थी। हरम (Harem) में ये कार्य अत्यंत गोपनीयता के साथ किए जाते थे।
मुग़ल सम्राटों के शासनकाल में अनेक रानियाँ होती थीं जो हरम(Harem) में रहती थीं और उनकी सेवा में एक विशेष दल काम करता था। इस दल में किन्नर भी शामिल होते थे जो रातभर अपने नियमित कार्यों को पूरा करते थे।
हरम में रहने वाली रानियों की जरूरतों की देखभाल करने के लिए किन्नरों को विशेष रूप से तैयार किया जाता था। वे सम्राट की मंजूरी से निर्धारित कार्यों को समय-समय पर पूरा करते थे। किन्नर अपने आप को बहुत संयमित और उदार रखते थे, जिनका मुग़ल शासनकाल में अद्वितीय स्थान था।
किन्नरों का यह कार्य बहुत ही गोपनीयता के साथ किया जाता था और हर किन्नर को मुग़ल सम्राट के अद्यात्मिक और आध्यात्मिक संबंधों का ज्ञान होता था। वे मुग़ल हरम के अंदर एक विशेष वातावरण बनाते थे और रानियों को आनंदित और समृद्ध करने के लिए उनकी सेवा करते थे।
मुग़ल सम्राटों के हरम में किन्नरों की सेवा रातभर जारी रहती थी और यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी जो रानियों की आवश्यकताओं को पूरा करती थी। इस प्रकार, मुग़ल हरम एक विशेषता रखता था जहां सम्राटों की रानियाँ सुख, सुविधा और समृद्धि का आनंद उठा सकती थीं।