थायराइड से नींद नहीं आती, ये 6 खास फूड खाकर पाएं आरामदायक नींद, लक्षण भी होंगे कंट्रोल
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चेरी- आपकी डाइट में यदि चेरी शामिल नहीं है तो आप इसका सेवन करना शुरू कर दें. खासकर, वे लोग, जिन्हें थायराइड के कारण रात में थकान महससू होती है और गहरी नींद नहीं ले पाते हैं. चेरी में चार तरह के ऐसे कम्पाउंड होते हैं, जो नींद को रेगुलेट करते हैं. ट्रिप्टोफैन, पोटैशियम, सेरोटोनिन और मेलाटोनिन ये सभी कम्पाउंड नींद को बूस्ट करते हैं.
सफेद चना- काबुली चना या सफेद छोले तो आप कभी-कभी बनाकर खाते होंगे, लेकिन आपको थायराइड के कारण नींद नहीं आती है तो आप इसे रेगुलर डाइट का हिस्सा बनाएं. काबुली चनी में विटामिन बी6 भरपूर होता है, जो मेलाटोनिन हार्मोन के निर्माण करने के लिए जरूरी होता है. ये हार्मोन नींद के पैटर्न को कंट्रोल करता है. ऐसे में सफेद चना के सेवन से आपकी नींद ना आने की समस्या दूर हो सकती है.
ओट्स- कुछ लोग नाश्ते में ओट्स का सेवन रेगुलर करते हैं. यदि आपको थायराइड है तो आप भी ओट्स का सेवन जरूर करें. कई बार इस बीमारी में कुछ लोगों का स्लीप पैटर्न खराब हो जाता है. वे रात में अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं. ओट्स में स्लीप को बढ़ावा देने वाला हार्मोन मेलाटोनिन होता है, साथ ही विटामिन बी6 भी. ये दोनों ही नींद न आने से संबंधित समस्या को दूर करते हैं.
कद्दू के बीज- कद्दू के बीज सेहत के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं. कद्दू के बीज का सेवन आप थायराइड की समस्या होने पर नींद ना आए तो जरूर करें. दरअसल, इन बीजों में मैग्नीशियम और ट्रिप्टोफैन होता है. साथ ही इन बीजों में स्ट्रेस, एंजायटी को कम करने के भी गुण मौजूद होते हैं. कद्दू के बीजों के सेवन से नींद अच्छी आ सकती है.
अश्वगंधा- अश्वगंधा को T3 पर कोई प्रभाव डाले बिना T4 स्तर को बढ़ाने में सक्षम पाया गया है. अश्वगंधा का सेवन स्तनपान के दौरान सुरक्षित है, लेकिन गर्भावस्था में इसका सेवन नुकसान पहुंचा सकता है. अश्वगंधा एक एडैप्टोजेन जड़ी बूटी है, जो शरीर को तनाव पर प्रतिक्रिया करने में मदद करती है, जिससे हार्मोन का स्तर बेहतर संतुलन में रहता है. एडैप्टोजेन कोर्टिसोल को कम करने और टी4 के स्तर को संतुलित करने में मदद करते हैं.
कैमोमाइल- कैमोमाइल जड़ी बूटी अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए बेस्ट पारंपरिक उपचार है. एपिजेनिन नामक फ्लेवोनॉएड यौगिक कैमोमाइल के नींद लाने वाले गुणों के लिए जिम्मेदार हैं. एपिजेनिन गाबा ए रिसेप्टर्स को सक्रिय करता है. यह एक प्रक्रिया है, जो नींद को उत्तेजित करने में मदद करती है. ऐसे में आप कैमोमाइल टी का सेवन कर सकते हैं. इससे रात में अच्छी नींद आएगी