हरियाणा में भी मणिपुर के बाद फेल हुई ये सरकार, BJP पर भड़कीं मायावती
Haryana khabar : हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा पर अब उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है। BSP सुप्रीमो मायावती ने भाजपा का आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'मणिपुर के तरह ही हरियाणा राज्य में भी क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और वहां की सरकार का खुफिया तंत्र भी निष्क्रिय है।
मायावती ने हरियाणा की भाजपा सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि जुलूस को सुरक्षा नहीं दे सकती तो वे ऐसे आयोजनों को अनुमति क्यों देती हैं? बता दें कि हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद BSP सुप्रीमो मायावती ने बुधवार (2 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आलोचना की।
मायावती ने कहा कि हरियाणा में संप्रदायिक दंगों का भड़कना और इसका गुरुग्राम और अन्य क्षेत्रों में बिना रोक-टोक फैलना साबित करता है कि मणिपुर के तरह ही हरियाणा राज्य में भी क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और वहां की सरकार का खुफिया तंत्र भी निष्क्रिय है। अगर राज्य सरकार प्रस्तावित यात्रा, जुलूस को सुरक्षा नहीं दे सकती तो वे ऐसे आयोजनों को अनुमति क्यों देती हैं.
मायावती ने कहा कि हरियाणा के शासन-प्रशासन के साथ-साथ खुफिया तंत्र को पूरी तरह से चुस्त और दुरुस्त होना चाहिए था। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि इस हिंसा के बाद हरियाणा की सरकार नीति, नियत व कार्यशैली पर भी काफी कुछ सवाल उठाना स्वाभिक है। इतना ही नहीं, मायावती ने कहा कि हरियाणा की राज्य सरकार अगर जुलूस व प्रदर्शन आदि को सुरक्षा नहीं दे सकती है तो फिर सरकार द्वारा इसके आयोजन की अनुमति क्यों दी जाती है।
उन्होंने कहा कि यह वह सवाल है जो सभ्य सराकर को अपने आप से जरूर पूछना चाहिए। मायावती ने कहा कि नूंह की घटना को लेकर यह लगता है कि हरियाणा राज्य भड़क रही हिंसा को रोकने में पूरी तरह से नाकाम है, जो और भी चिंता जनक बात है। कहा कि मणिपुर हो या हरियाणा सहित अन्य राज्यों में दर्दनाक और शर्मनाक घटनाएं, हिंसा तथा आदि घटनाओं पर बीजेपी फेल ही साबित हुई है।
कहा कि लोगों की जान और माल के साथ धर्म की सुरक्षा करना राज्य सरकार की पहली संविधानिक जिम्मेदारी बनती है। मायावती ने कहा कि बीएसपी की ये मांग है कि हरियाणा की राज्य सरकार को भाइचारा अमन और चैन की बहाली निष्पक्ष और इमानदार प्रयास से करना चाहिए। साथ ही, केंद्र सरकार को भी हरियाणा सरकार की मदद करनी चाहिए। ताकि वहां हालात और ना बिगड़ने पाए।