अब आप के घर से की होगी चूहों छुट्टी, करें इन 5 घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल
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Haryana khabar : घर में रखी सब्जियां, रजाई कंबल, बच्चों की किताबें, घर की वायरिंग यहां तक कि आपके मनपसंद कपड़े चूहे कूतर या काट देते हैं, जो परेशानी का सबब बनता है। दिलचस्प है कि चूहों के नुकीले दांत जीवनभर बढ़ते रहते हैं। कुतरना चूहों की मजबूरी है। अगर चूहों के दांतों की लंबाई बढ़ती रही तो उनके दांत ब्रेन में धंस जाएंगे और उनकी मौत हो जाएगी।
कुतरने से चूहों के दांत नुकीली सुई की तरह हो जाते हैं। इन्हीं दांतों से चूहों ने लुधियाना के गिल चौक फ्लाईओवर से लगी दीवार को नीचे से खोखला कर गिरा दिया। असम के तिनसुकिया जिले में एक एटीएम मशीन में तारों से जरिए चूहे घुसे और 12 लाख रुपए के नोट कुतर गए।
केवल सामान ही नहीं, हर साल अपने ही देश में चूहों के काटने से कई लोगों की मृत्यु तक हो जाती है। ऐसे में जानते हैं कि चूहों को भगाने के लिए क्या किया जाए और क्या सावधानी बरतें कि घर में चूहे न आएं।
ग्रेस रॉस इंटरनेशनल रैट ट्रैपर हैं। न्यूजीलैंड और कनाडा में वह लंबे समय से चूहे पकड़ते रहे हैं। 'द रैट ट्रैपर' बुक में वह बताते हैं कि किन-किन केमिकल का इस्तेमाल करके चूहों को अपने घरों से दूर रख सकते हैं-
चूहों को भगाने के लिए कई लोग घरों में कुत्ते, बिल्ली, नेवला पालते हैं। वैसे घर में कुत्ते से अधिक बिल्ली ज्यादा अलर्ट होती है। कुत्ते बिल में छुपे चूहों तक नहीं पहुंच पाते, लेकिन बिल्ली चूहों को उनके बिल से भी निकाल लेती हैं।
बिल्ली अंधेरे में भी साफ-साफ देख सकती है। अंधेरे कमरे में छुपे चूहों को भी बिल्ली पकड़ लेती है। PETA भी केमिकल की जगह चूहों को पकड़ने के लिए कुत्तों या बिल्ली रखने की बात कहती है।
चूहे कार में लगी इलेक्ट्रिकल वायरिंग को भी खा जाते हैं। दरअसल, ये इलेक्ट्रिकल वायरिंग सोया प्रोटीन से बनी होती हैं। इसे बायो प्लास्टिक्स भी कहा जाता है। चूहे खाने की तलाश में इन वायरिंग को कुतर देते हैं। घरों में भी ऐसी वायरिंग को चूहे खाने लगते हैं।
चूहों को धरती पर सबसे बड़ा सर्वाइवर माना जाता है। ये घास, पत्तियां, पेड़ के तने, कीड़े-मकोड़े, पक्षियों के अंडे कुछ भी खाकर जिंदा रह सकते हैं। वो अपने इम्यूनिटी सिस्टम को हमेशा बूस्ट करते रहते हैं। इसलिए कई बार जहर खाने के बाद भी बच जाते हैं। कुछ जहर का तो चूहों पर असर नहीं होता।