जानिए आख़िर क्या हैं नूह के नलहड़ महादेव मंदिर में स्थित कदम के पेड़ का रहस्य,
![Nuh Temple](https://haryanakhabar.com/static/c1e/client/101420/uploaded/50f8f6c2e452d39b471fd4a0ef40eb7f.jpeg)
Haryana khabar (Pallavi): हरियाणा के नूह में हो रही हिंसा से पूरे हरियाणा राज्य में हलचल पैदा हो गईं हैं। नूह हिंसा का प्रभाव न केवल नूह बल्कि आसपास के इलाकों पर भी देखने को मिलता हैं।
नूह में स्थित महादेव मंदिर का भी ज़िक्र बार बार आ रहा हैं। ये वही शिव मंदिर हैं जिसमे से बहुत सारे श्रद्धालुओ को सैनिकों द्वारा सही सलामत बाहर निकाला गया था। इस नल्हड महादेव मंदिर के बारे बहुत से लोगों को नहीं पता।
नूह जिले के फिरोजपुर झिरका के गांव गहबर में स्थित ये मंदिर नलहड़ महादेव के नाम से जाना जाता हैं। यहां के लोगों का कहना हैं की नूह जिले से बस 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस मंदिर की बहुत मान्यता हैं। उनका मानना हैं की नलहड़ महादेव मंदिर का भगवान श्री कृष्ण से कोई न कोई संबंध अवश्य हैं। सुनकर आश्चर्य होगा की ऐसा क्या है इस मंदिर में जो ऐसा माना जाता हैं। महादेव के इस मंदिर में शिवरात्रि के समय हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना के लिए आते हैं।
इस मंदिर का संबंध महाभारत काल से भी बताया जाता हैं। लोगों का कहना है की इस मंदिर में इतिहास के बहुत से राज़ छुपे हुए हैं। महाभारत के युद्ध के समय कोरवों और पांडवो में समझौता करवाने के लिए श्री कृष्ण इसी मंदिर मे आए थे। लोगों का मानना हैं की श्री कृष्ण ने उस वक्त जहां जहां कदम रखा वही वही कदंब का पेड़ पाया गया है। साथ ही इस पेड़ की ऊंचाई 500 फिट से भी अधिक हैं। इस मंदिर तक जानें के लिए 287 सीढियां बनवाई गई हैं। इस कदम के पेड़ के नीचे एक कुंडली बनी हैं जिसमे से मोटर के ज़रिए पानी बाहर निकाला जाता हैं। लोगों का मानना हैं की इस कुंडली से पानी कभी खत्म ही नहीं होता। यहां से निकलने वाला पानी बहुत ही साफ और मीठा भी हैं। लोग यहां शिवरात्रि पर कावड़ चढ़ाने भीं आते हैं।।