नूंह में इंटरनेट पर लगा प्रतिबंध आगे बढ़ा, कर्फ्यू में मिली ढील, पढ़े पूरी खबर
वहीं नूंह शहर के वार्ड 7 से सिटी थाना पुलिस ने हिंसा के आरोप में एक परिवार के 4 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया हे। इसको लेकर परिजनों का दावा है कि 31 जुलाई को नूंह में हुए दंगे में गिरफ्तार इमरान, सद्दाम, इब्राहिम व इस्माइल कोई रोल नहीं है। दंगे के समय सद्दाम अपने परिवार के साथ आगरा ताजमहल में था।
इमरान भी नूंह पंजाबी मार्केट में स्थित अपनी चाहत कम्युनिकेशन शॉप में मौजूद था। जिसे दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है। इनके अलावा इब्राहिम दंगे के दौरान नूंह में मलिक हॉस्पिटल में दवाई लेने आया था। जिसकी बेटी रूकसार बीमार थी और अस्पताल में पूरा रिकॉर्ड है। साथ ही इस्माइल भी पंजाबी मार्केट में मौजूद था जो अपनी पेप्सी एजेंसी पर था और सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा रहा है।
नूंह हिंसा को लेकर डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नूंह में स्थितियों को समय रहते ठीक से समझा नहीं गया। SP छुट्टी पर थे और उनकी जगह जो अधिकारी थे, वह भी स्थिति को भांप नहीं पाए। इसके अलावा स्थानीय प्रशासन और आयोजनकर्ता भी स्थिति को समझ नहीं पाए। उन्होंने कहा कि मुझे तो सुबह ही पता चला गया था, मेरी CID के ADG से भी इस मामले पर बात हुई। नूंह के SP छुट्टी पर थे तो उनसे ही मैंने भिवानी के SP को भेजने को कहा था। डिप्टी CM ने कहा कि फिलहाल स्थिति सामान्य हो चुकी है, जो दंगे में शामिल हैं उनकी पहचान की जा रही है। इसमें धर्म को नहीं देखा जा रहा, जो भी दोषी है उन पर कार्रवाई की जाएगी।
नूंह पुलिस ने भले ही कांग्रेस, CPI और RLD को जिले में नहीं जाने दिया लेकिन अब भाजपा नेता नूंह जाएंगे। बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल नूंह जाएगा। जहां वे मौजूदा हालातों का जायजा लेंगे। उनके साथ प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल, विधायक एवं प्रदेश महामंत्री मोहन लाल बडौली, विधायक संजय सिंह और प्रदेश मंत्री समय सिंह भाटी होंगे। कांग्रेस के डेलिगेशन को मंगलवार को नूंह से सटे पलवल बॉर्डर से वापस लौटा दिया गया था।
नूंह हिंसा की गाज अफसरों पर गिरने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को सरकार ने यहां के DSP जयप्रकाश को हटा दिया। उनकी जगह भिवानी से मुकेश कुमार को भेजा गया है। जो DSP तावड़ू का जिम्मा संभालेंगे। इससे पहले नूंह के SP वरूण सिंगला को हटा दिया गया। उनकी जगह पर पहले नूंह में रह चुके नरेंद्र बिजारणिया को भेजा गया। फिर सरकार ने DC प्रशांत पंवार को भी हटा दिया। उनकी जगह पर धीरेंद्र खड़गटा को भेजा गया। बिजारणिया और खड़गटा, दोनों अधिकारी पहले नूंह में तैनात रह चुके हैं।
गुरुग्राम के खांडसा गांव में रविवार देर रात एक धार्मिक स्थल पर हुई आगजनी की घटना में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 3 युवकों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान गुलशन, विजय व ललित के रूप में हुई है। वारदात में शामिल 5 आरोपी पास में लगे एक सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए थे।