विधवा मां को सुकून देने की चाह में बनाया आईएएस ऑफिसर दिव्य तवर, जानिए हरियाणा की इस आईएस बेटी की कहानी बड़ी चुनौतीपूर्ण।

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विधवा मां को सुकून देने की चाह में बनाया आईएएस ऑफिसर दिव्य तवर, जानिए हरियाणा की इस आईएस बेटी की कहानी बड़ी चुनौतीपूर्ण।

Divya tanwar


हरियाणा की बेटियां आज के दौर में हर क्षेत्रों में सबसे आगे हैं हरियाणा

 

Haryana khabar (Khushi Tanwar): हरियाणा की बेटियां आज के दौर में हर क्षेत्रों में सबसे आगे हैं हरियाणा की बेटियां लगातार सफलता के झंडे गाड़ रही है इसी कड़ी में हम आज आपको महेन्द्रगढ़ जिले की बेटी दिव्या तंवर के संघर्ष की कहानी बताएंगे

मां को सुकून देने की दिव्या की चाह ने उन्हें कामयाबी के उस मुकाम तक ला दिया, जहां आज हम सब उनकी कहानी पढ़कर प्रेरित हो रहे हैं. दिव्या तंवर ने यूपीएससी 2023 में ऑल इंडिया 105वीं रैंक पाई, यह दूसरा प्रयास था. इससे पहले यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 में 438वीं रैंक पाई थी

व्यवस्था की थी कमी

दिव्या गांव में एक छोटे से कमरे में जहां चार लोग रहते थे वहीं रहती थी क्योंकि संसाधन के नाम पर न लैपटॉप, न आई फोन न कोई वाई फाई कनेक्शन न कोचिंग में देने की मोटी-मोटी फीस ही थी न कोई सलाह देने वाला था, लेकिन फिर भी दिव्या ने ठान लिया और कर के दिखाया। दिव्या ने अपने स्कूल में एक एसडीएम को देखकर तय कर लिया था कि मैं अपनी मम्मी के लिए वही रुतबा, शोहरत हासिल करूंगी जो एक अफसर की मां को मिलते होंगे। दिव्या ने पिता के जाने के बाद तीन बच्चों की परवरिश करने वाली मां के लिए सच में यह करके दिखा दिया। दिव्या की मेहनत ने रंग लाई और अब महलों में राज करेगी।

कैसे देखा आईएस बनने का सपना

दिव्या ने पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल से की थी इसके बाद छठी से 12वीं तक नवोदय विद्यालय में पढ़ीं। स्कूल के दौरान ही एक बार एनुअल फंक्शन में SDM आए हुए थे और दिव्या उनके रुतबे से इतना प्रभावित हो गई थी कि उसी दिन मन में ठान लिया था, ऐसा ही बनना है।12वीं के बाद ग्रेजुएशन सरकारी कॉलेज से की। पढ़ाई का खर्च, बच्चों को ट्यूशन और गांव के स्कूल में पढ़ाकर निकाला। इसी दौरान UPSC परीक्षा के बारे में जाना और समझा। गरीबी के साथ जिंदगी चल रही थी लेकिन हौसला कभी नहीं टूटने दिया। मुश्किल में तपकर और ज्यादा मजूबत बनते गए। UPSC की आधिकारिक वेबसाइट से सिलेबस देखा और उसी के मुताबिक अपने आप तैयारी शुरू कर दी।

कैसे की घर में रहकर तैयारी 

दिव्या ने कहा कि घर में मैंने सिलेबस देखा पैटर्न देखा और तैयारी शुरू कर दी जब हमें स्ट्रगल करना पड़ता है तो हमारे दिमाग में ज्यादा प्रेशर होता है मैं ऐसी परिस्थिति में हमेशा पॉजिटिव रहती थी मेने उसी एक कमरे में तैयारी की. मां के साथ साथ बहन भाई ने सपोर्ट किया. कभी घर का काम नहीं करना पड़ा. फंक्शन होता था तो मैं कहीं और जैसे तो मैं मौसी के घर चली जाया करती था

तैयारी की स्ट्रेटजी

दिव्या ने बताया कि इस फील्ड में कोई रिलेटिव या सीनियर तो था नहीं तो दिव्या ने यूट्यूब से तैयारी की दिव्या ने बताया कि वह पांचवी तक गांव में पढ़ी , फिर पांचवी के बाद नवोदय में सिलेक्शन हो गया उसके बाद वह 12वीं के बाद उसने सरकारी कॉलेज पीजी से ग्रेजुएशन की फीस और किताबों के खर्च के लिए गांव के मनु स्कूल में दो तीन घंटे पढ़ाती थी. घर में ट्यूशन पढ़ाया. मैंने टॉपर्स के जो इंटरव्यू देखे थे

दूसरे प्रयास में हुई सफल

IPS दिव्या तंवर ने यूपीएससी 2023 में ऑल इंडिया 105वीं रैंक पाई, यह दूसरा प्रयास था. इससे पहले यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 में 438वीं रैंक पाकर आईपीएस पद पाया था. तब मणिपुर कैडर अलॉट हुआ था. दिव्या को 'वायरल गर्ल' के नाम से भी जाना जा रहा है

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