अकबर की भतीजी को हुआ हिंदू राजा से प्रेम, जानिए क्या रही इस पर अकबर की प्रतिक्रिया
![raja maan singh](https://haryanakhabar.com/static/c1e/client/101420/uploaded/8d48d9cf0049972b64d3d731553791ad.jpeg)
Haryana Khabar (Pallavi): इतिहास में बहुत से मुगल बादशाह हुए हैं जिन्हें हिंदू राजाओं के आगे झुकना कतई पसंद नहीं था। लेकिन यह वाकया थोड़ा हैरान करने वाला है की अकबर ने अपनी भतीजे की शादी हिंदू राजा के साथ करने की रजामंदी खुशी-खुशी दे दी थी।
अधम खान की बेटी मुबारक को राजा मानसिंह से अधिक प्रेम था और इन दोनों ने शादी भी की। इतिहासकारों का कहना है कि मुगल साम्राज्य में होने वाली यह इकलौती ऐसी शादी थी जिसमें किसी लड़की का विवाह राजपूत राजा से हुआ हो। मुगल शहंशाह अकबर ने राजपूत मुगल अरेंज मैरिज अलायंस के लिए कदम उठाया जिसकी वजह से दूसरे धर्म में शादी को लेकर अकबर ने कट्टरपंथियों का बहुत विरोध सहा। अपनी भतीजी की शादी हिंदू राजा से करवाने के बाद कई राजपूत राजाओं ने भी अपनी राजकुमारी की शादी मुगल राजाओं से कराई थी। बादशाह अकबर ने अपनी मुंह बोली भतीजी की शादी जयपुर के मानसिंह से कराई थी जिन्हें अकबर के करीबियों में गिना जाता है।
अपनी मुंह बोली भतीजी के से शादी करने के बाद अकबर के नवरात्रों में एक रतन मानसिंह भी हो गए। मानसिंह युद्ध में काफी माहिर थे क्योंकि जन्म से वे राजपूत थे और उन्होंने राजपूतों की युद्ध कलाएं और शादी के बाद मुगलों की युद्ध कलाएं भी सीखी थी। उन्होंने काबुल, बाल्ख, बुखारा और बंगाल समेत बहुत सी जगहों पर युद्ध लड़े और अकबर के लिए युद्ध जीते भी। अकबर को मानसिंह से बहुत अधिक लगाव था इसलिए वह उन्हें बेटा कह कर बुलाते थे। मानसिंह ने बहुत शादियां की थी उनकी पहली पत्नी का नाम सुशीलावती बाई था। उसके बाद उन्होंने सहोदरा गौड और मुनावरी बाई से शादी की तथा बाद में उनकी शादी अकबर के मुंह बोले भाई अधम खान की बेटी मुबारक से हुई।
अधम खान अकबर के सगे भाई नहीं थे। लेकिन अकबर अपनी मुंह बोली मां महम अंगा के बेटे अधम खान से अत्यधिक प्रेम करते थे। महम अंगा ने अकबर को गद्दी संभालने के बाद बहुत सलाह दी थी क्योंकि अकबर उस समय बहुत छोटे थे और उन्हें राज्य की इतनी समझ भी नहीं थी। अधम खान को महम अंगा के बेटे होने की वजह से मुगल परिवार की हैसियत में शामिल थे। अकबर ने अपने प्रिय जनरल शमशुद्दीन की हत्या के बाद अधम खान को मरवा दिया और खुद महम अंगा को अपने बेटे की मौत की खबर दी। बेटे की खबर सुनकर महम अंगा को सदमा लगा और 40 दिन बाद उनकी भी मौत हो गई।
दोनों का मकबरा दिल्ली में स्थित महरौली में बनाया गया। इतिहासकारों का कहना है कि अधम खान की इकलौती बेटी बीवी मुबारक को हिंदू राजा राजा मानसिंह बहुत अधिक पसंद थे। जिसके बाद अकबर ने इनकी शादी के लिए रजामंदी दी और मुगल परिवार में यह पहली ऐसी शादी थी जिसमें किसी मुगल परिवार की लड़की का विवाह राजपूत राजा से करवाया गया हों।