सीधे खड़े पेड़ सबसे पहले काटे जाते हैं,अफसोस नहीं, नए जोश के साथ मैं फिर जुटा रहूंगा , आखिर क्यों अशोक खेमका ने बयां किया अपना दर्द
एक बार फिर से सीनियर आईएएस अशोक खेमका ने सभी के आगे अपना दर्द बयां किया है। बता दें कि उन्हीं के कुछ विभागों में सचिवों के रूप में अपने कुछ बेसमेटस के प्रमोशन पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया जताई है। और उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया अपने कुछ शब्दों से बयां कि उनका कहना था कि “सीधे
एक बार फिर से सीनियर आईएएस अशोक खेमका ने सभी के आगे अपना दर्द बयां किया है। बता दें कि उन्हीं के कुछ विभागों में सचिवों के रूप में अपने कुछ बेसमेटस के प्रमोशन पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया जताई है। और उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया अपने कुछ शब्दों से बयां कि उनका कहना था कि “सीधे पेड़ हमेशा पहले कांटे ही जाते हैं”।
जब बुधवार को ही कैबिनेट की नियुक्ति समिति के बाद केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया और विभिन्न विभागों में सचिव के रूप में अशोक खेमका के साथ में समेत 16 नौकरशाहों की नियुक्ति की मंजूरी सभी के आगे रखे उसी के तुरंत बाद अशोक खेमका ने सभी के आगे ट्वीट किया। और उन्होंने इसके जरिए बोला कि मैं बहुत खुश हूं और उन्होंने भारत सरकार के सचिव के रूप में जो भी मेरे बेस मेटल्स की नियुक्ति की गई है मैं उन्हें बधाई देता हूं।
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जिसके बाद उन्होंने लिखा थी यह बहुत बड़ी खुशी का मौका है और मैं खुद के पीछे छूट जाने से निराश का भाव लाता है उनका कहना है कि सीधे पर हमेशा पहले काटे जाते हैं । इसलिए उन्हें कोई भी पछतावा नहीं है। मैं हमेशा की तरह इस बार भी मैं संकल्प के साथ कायम रहेंगे।
अभी कुछ ही दिनों पहले जब सीनियर आईएएस अधिकारी अशोक खेमका और संजीव वर्मा के बीच विवाद हुआ था तो वह भी काफी सुर्खियों में रहा था। जब अशोक खेमका का साथ गृह मंत्री अनिल विज ने लिया था और वर्मा के खिलाफ उन्होंने खुद कार्यवाही करवाई थी। यह बात तब की है जब हरियाणा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के एमडी वर्मा के खिलाफ खेमका ने पंचकूला पुलिस के जरिए एक शिकायत पत्र दर्ज कराया था।
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लेकिन तब यह केस दर्ज नहीं किया गया क्योंकि गृह मंत्री अनिल विज ने खुद पंचकूला में आकर डीसीपी कार्यकाल पहुंचे थे जहां पर उनके साथ अशोक खेमका भी मौजूद थे। दोनों ही अफसरों ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई हुई थी इससे पहले भी संजीव वर्मा ने अशोक खेमका पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे वह दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाते गए और एक दूसरे पर शिकायतें दर्ज करवाते रहे हैं।
सबसे पहले मध्य प्रदेश के कैंडर के 1991 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज गोविल को कॉर्पोरेट मामले में मंत्रालय में सचिव के रूप में नियुक्त कर लिया गया है। जिसके बाद खेमका ने भी अन्य बैचमेट झारखंड कैंडल के शैलेश कुमार सिंह को भी हाल ही बुधवार में ग्रामीण विकास सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। जिसके बाद के बैच के आईएएस अधिकारी सुशांत को भी 31 जनवरी 2023 को संजीव रंजन के सेवानिवृत्त होने के बाद बंदनगाह , और जल मार्ग मंत्रालय के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है और ऐसे अधिकारी नियुक्त किया गया है।
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जब कार्मिक विभाग की ओर से वेबसाइट पर कार्यकारी रिकॉर्ड शीट के अनुसार देखा गया है कि अशोक खेमका का सेवाकाल भी लगभग अब तक 52 बार तबादला हो गया है। लेकिन सबसे पहले अशोक खेमका तब चर्चित हुए थे जब उन्होंने गुरुग्राम जिले के मानेसर में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के एक मुख्य प्लॉट के म्यूटेशन को रद्द करवा दिया था।