टॉप 10 दूषित शहरों में फिर हरियाणा रहा आगे, मनोहर सरकार अब जमीन इससे प्रदूषण रोकने की कर रही जमके तैयारी
हरियाणा का प्रदूषण रोकने पर भी रोक नहीं रहा है बता दें कि अब हरियाणा की हवा भी बहुत दूषित होती जा रही है और देश के 10 शहरों में हरियाणा का नाम चौथे स्थान पर आ गया है। इसे यह समझ में आता है कि हम अपने शरीर के अंदर दूषित हवा ले रहे
हरियाणा का प्रदूषण रोकने पर भी रोक नहीं रहा है बता दें कि अब हरियाणा की हवा भी बहुत दूषित होती जा रही है और देश के 10 शहरों में हरियाणा का नाम चौथे स्थान पर आ गया है। इसे यह समझ में आता है कि हम अपने शरीर के अंदर दूषित हवा ले रहे हैं और बीमारियों को खुद ही न्योता दे रहे हैं। हरियाणा के बाद 206 एक्यूआई के साथ दिल्ली भी सबसे ज्यादा दूषित हो गया है और हवा भी बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है। और अगर ऐसा ही चलता रहा तो कुछ ही दिनों में दीवाली बड़ा त्यौहार है अगर ऐसे ही लगाना प्रदूषण का स्तर बढ़ता रहा तो शायद दिवाली के बाद हमें जहरीली हवा में ही सांस लेनी पड़ेगी।
हरियाणा सरकार के कई प्रयासों के बावजूद भी प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो पा रहा वहीं दूसरी ओर पराली की बात की जाए तो पराली के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 650 मामले अभी तक दर्ज हो चुके हैं और इससे ज्यादा बढ़ते ही जा रहे है। वहीं दूसरी तरफ दिवाली जैसा बड़ा त्यौहार है अगर इस बार दिवाली पर पटाखे चले तो शायद प्रदूषण भी बेहद खराब हो जाएगा। माना जाता है कि जब भी वायु गुणवत्ता 400 या 450 से अधिक पद जाता है तो वह और ज्यादा खतरनाक हो जाता है। केवल 100 तक का ही एक्यूआई सामान्य माना जाता है उससे ज्यादा अगर होता है तो वह खतरे की घंटी बन जाता है।
![टॉप 10 दूषित शहरों में फिर हरियाणा रहा आगे, मनोहर सरकार अब जमीन इससे प्रदूषण रोकने की कर रही जमके तैयारी](https://haryanakhabar.com/static/c1e/client/101420/migrated/bc12deb56e1c97debddab8afa1b83d80.jpg)
लोग भी सरकार के नियमों की पालना नहीं कर रहे और अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक्यआई लगातार बढ़ता ही जाएगा। जिसकी वजह से इस पर रोक लगाने के लिए अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद ही सब कुछ संभाल रहे हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह आदेश दिया है कि दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करें और यह भी ध्यान में रखें कि सिर्फ ग्रीन पटाखे ही जलाए जा रहे हैं। पराली को जलाने के लिए भी अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं, साथ ही निगरानी बनाए रखने के भी आदेश जारी किए हैं।
![टॉप 10 दूषित शहरों में फिर हरियाणा रहा आगे, मनोहर सरकार अब जमीन इससे प्रदूषण रोकने की कर रही जमके तैयारी](https://haryanakhabar.com/static/c1e/client/101420/migrated/531e594709523edf2351fa10958ef3d3.jpg)
सरकार ने दीवाली से जुड़े भी आदेश सभी अधिकारियों को दे दिए हैं कि प्रत्येक जिले में ग्रीन पटाखों के लिए ही स्थान निर्धारित कर दिए जाएं और एवरग्रीन पटाखों की ही बिक्री होगी प्रदूषण पर नियंत्रण काबू के लिए सरकार फसल आवेश प्रतिबंध पर रणनीति के तहत भी काम कर रही है। पराली जलाने की घटनाएं कम होंगी। जिस वजह से सरकार विभिन्न मशीनों के माध्यम से मीट्रिक टन और मैनेजमेंट के तहत 13 लाख मीट्रिक टन पानी का प्रबंध करवा रही है।
![टॉप 10 दूषित शहरों में फिर हरियाणा रहा आगे, मनोहर सरकार अब जमीन इससे प्रदूषण रोकने की कर रही जमके तैयारी](https://haryanakhabar.com/static/c1e/client/101420/migrated/b268f20b4fde969c4e17013707e9c394.jpg)
गुरुग्राम की बात की जाए तो इस समय गुरुग्राम में 290 एक्यूआई, पानीपत में 232 एक्यूआई, कैथल में 225, रोहतक में 200, यह एक्यूआई लेवल सेहतके लिए भी बेहद खतरनाक माना जाता है। केवल पंचकूला और करनाल ही हैं छोड़कर बाकी सभी जिलों में 100 से अधिक एक्यूआई बने हुए हैं।