नवरात्रि के बाद क्यों किया जाता है कन्या पूजन, क्यों होता है 9 कन्याओं के साथ एक बालक

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नवरात्रि के बाद क्यों किया जाता है कन्या पूजन, क्यों होता है 9 कन्याओं के साथ एक बालक

नवरात्रि के बाद क्यों किया जाता है कन्या पूजन, क्यों होता है 9 कन्याओं के साथ एक बालक


Navratri News : नवरात्रि भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विशेष त्यौहार है जो देवी दुर्गा की उपासना करके मनाया जाता हैं। यह त्योहार भारत के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है, लेकिन सभी लोग इस दिन दुर्गा माता की पूजा और आराधना करते हैं।

नवरात्रि के इस अवसर पर, 'कन्या पूजन' एक विशेष आयोजन है जिसमें नौ युवतियां या कन्याएँ आमंत्रित की जाती हैं और उन्हें विशेष रूप से सजा-सवर वस्त्रों में अपने घर बुलाया जाता है। यह परंपरा विभिन्न रूपों में विभिन्न भागों में भारत में मनाई जाती है, लेकिन इसका महत्व और उद्देश्य समान हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि नवरात्रि के इस विशेष आयोजन 'कन्या पूजन' का महत्व क्यों है

 कन्या पूजन: भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा

कन्या पूजन भारतीय संस्कृति में महिलाओं और बच्चों के सम्मान और समर्पण का प्रतीक है। इसे नवरात्रि के आठवें और नवमी दिन मनाने का आदिकार है। इस दिन छोटी छोटी बच्चियां और बच्चे विशेष तौर से सज-सवर कर अपने घर आती हैं और उन्हें विशेष रूप से बनाई गई विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ, फल, खाद्य पदार्थ आदि उपहार दिए जाते हैं।

 माँ दुर्गा के रूप के रूप में

कन्या पूजन का एक और महत्वपूर्ण तत्व है कि इसमें नौ युवतियाँ को माँ दुर्गा के स्वरूप मानकर पूजा जाता है। नवरात्रि के इस अवसर पर यह एक महत्वपूर्ण संकेत है कि दुर्गा भगवती के रूप में आकर भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी करने के लिए उनके पास रहती हैं। यह एक बड़ी समाजिक संदेश है कि हर लड़की में दुर्गा का अंश होता है और वह शक्तिशाली है।

युवतियों को आदर-सत्कार

कन्या पूजन एक ऐसा उत्सव है जिसमें युवतियों को आदर-सत्कार और उनकी शक्तियों की महत्वपूर्णता को समझाया जाता है। इसके माध्यम से लोग यह यकीन करते हैं कि भगवती की आज्ञा और आशीर्वाद उनके साथ हैं। इसके अलावा, यह एक अवसर है जिसमें विभिन्न आयु की युवतियों को एक साथ लाकर उनके बीच एकता और समर्पण की भावना को उत्तेजित करता है।

 बेटियों की समर्पण और शक्ति

कन्या पूजन का उद्देश्य यह भी है कि लोगों को बेटियों की महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति जागरूक करना है। यह एक समाजिक संदेश है कि बेटियाँ भी अपने परिवार और समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं और उन्हें उनके शक्तियों का सही तरीके से समर्थन करना चाहिए। इसके माध्यम से लोग बेटियों को उनकी आत्मविश्वास में सुधार करने के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें एक शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में देखते हैं।

धार्मिक और सामाजिक महत्व

कन्या पूजन एक धार्मिक और सामाजिक महत्व का आयोजन है जिसमें महिलाएँ और बच्चे समृद्धि और खुशियों की कामना करते हैं। यह एक बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाता है और लोग इसे खासतौर पर पारिवारिक तौर पर मनाते हैं। इस आयोजन के माध्यम से लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक एकत्रित और आपसी समर्थन और प्रेम का वातावरण बनाते हैं।

कन्या पूजन भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण रिवाज़ है जो विभिन्न आयु की युवतियों को उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में याद दिलाता है और उन्हें एक बड़े उत्सव के रूप में मनाने के लिए प्रेरित करता है। यह एक समाजिक संदेश है कि बेटियाँ भी अपने परिवार और समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं और उन्हें उनके शक्तियों का सही तरीके से समर्थन करना चाहिए। 


इस अवसर पर लोग बेटियों को उनकी शक्तियों के साथ उनके जीवन को समर्पित करने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके माध्यम से लोग उनके बीच एकता और समर्पण की भावना को उत्तेजित करते हैं और उन्हें एक शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में देखते हैं।

यह एक धार्मिक और सामाजिक महत्व का आयोजन है जो विभिन्न रूपों में भारत में मनाया जाता है और लोग इसे खासतौर पर पारिवारिक तौर पर मनाते हैं। इस आयोजन के माध्यम से लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक एकत्रित और आपसी समर्थन और प्रेम का वातावरण बनाते हैं।

9 कन्याओं के साथ क्यों होता है 1 बालक 


मान्यताओं के अनुसार 9 कन्याओं के साथ 1 बालक का होना भी जरूरी होना चाहिए क्योंकि माँ दुर्गा की पूजा के साथ भैरव क लपूजा अवश्य की जाती है यही कारण है कि नवरात्री में 9 कन्याओं को देवी के स्वरूप मानकर पूजते है।  वहीं बालक को बटुक भैरव के रूप में पूजा जाता है।

आपको बतादें कि बटुक का अर्थ बालक होता है।  यह भी माना जाता है कि बालक की पूजा बजरंगबली का स्वरूप मानकर की जाती है, इसलिए कंजको के साथ बिठाए जाने वाले बालकको लंगूर या लांगुरिया भी कहा जाता है। माँ की पूजा भैरव के बिना पूर्ण नहीं होती है उसी तरह कन्या पूजन के समय एक बालक को भी भोजन कराना बहुत जरूरी होता है।

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